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पिंडालू के पत्यूड़ का जवाब नहीं
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दिनेश कुकरेतीएक पड़ोसी के किचन गार्डन में इन दिनों पिंडालू (पिनालू) के पत्तों की हरियाली सम्मोहन बेखर रही है, लेकिन पड़ोसी को नहीं मालूम कि पिंडालू के ये पत्ते कितनी काम की चीज हैं। शायद उसने और उसके परिवार ने कभी पिनालू के पत्यूड़ (पतोड़) नहीं खाए। अन्यथा ये पत्ते इस तरह मुंह न चिढ़ा रहे होते। बरसात के यही दिन तो हैं पत्यूड़ के जायके का आनंद उठाने के। पहाड़ की इस स्पेशल डिस को बनाने के लिए धैर्य की जरूरत होती है और मेहनत भी खूब लगती है। लेकिन, खाने में जो मजा आता है, उसके कहने ही क्या। ...तो चलिए आज किस्से-कहानी को छोड़ पिंडालू के पत्तों की ही बात करते हैं। जीवन के हर क्षेत्र में एकरसता जड़ बना देती है, सो इस तरह का बदलाव नितांत जरूरी है। हम भी उस बदलाव की शुरुआत पड़ोसी से पिंडालू के कुछ पत्ते मांगकर करते हैं, ताकि आपको पिंडालू के पत्यूड़ बनाना सिखा सकें-
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सबसे पहले पिंडालू या पिनालू के पत्तों के रेसे अलग कर उन्हें अच्छी तरह धो लें और पानी सूखने दें। एक चौड़े बर्तन या डोंगे में बेसन का गाढ़ा घोल तैयार कर लें। इसमें आवश्यकता के अनुसार हरा धनिया, अदरक-लहसुन का पेस्ट, भुना जीरा, आजवाइन, भांग के बीज, सोडा, चुटकीभर हींग, दो बड़े चम्मच नींबू रस और स्वादानुसार नमक व मिर्च मिला मिला दें। अब पिंडालू के पत्तों को बेसन के घोल में डुबोकर अलग-अलग या एक के ऊपर एक रखकर बेलनाकार आकृति में रोल कर लें। यह रोल खुलने न पाए, इसके लिए उसे धागे से अच्छी तरह बांध लें और कढ़ाई में तेल गरम कर पत्यूड़ों को धीमी आंच में गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करते रहें। अच्छी तरह फ्राई होन पर इन्हें चूल्हे से उतार दें और हल्का ठंडा होने के बाद सोयाबीन, भट, तिल या हरी चटनी के साथ परिवार के सदस्य व मित्र-परिचितों को परोसें। गर्मागर्म चाय के साथ भी आप पत्यूड़ का जायका ले सकते हैं।
चाहो तो पत्यूड़ को भाप पर भी पका सकते हो। इसके लिए ऐसे बर्तन की जरूरत पड़ती है, जो जाली के सहारे ऊपर-नीचे दो हिस्सों में बंटा हो। इसके निचले हिस्से में पानी भरा जाता है और ऊपरी हिस्से में उपरोक्त विधि से ही पत्यूड़ तैयार कर उन्हें रखा जाता है। पानी जब गरम होता है तो उसकी भाप इन पत्यूड़ को पकाती है। तकरीबन 20 मिनट में पत्यूड़ पककर तैयार हो जाएंगे। फिर उन्हें बर्तन से निकालकर गोल-गोल टुकड़ों में काट लें और पैन या कढ़ाई में दो बड़े चम्मच तेल डालकर उसमें जखिया का छौंक लगाएं और इन टुकड़ों को कुरकुरे होने तक भूनें। लो जी, तैयार हैं गर्मागर्म पत्यूड़। आइए! मिल-जुलकर इनका आनंद लें।
पत्यूड़ बनाने के लिए जरूरी सामग्री
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पिंडालू के पत्ते, बेसन, हल्दी, तेल, अजवाइन, भुना जीरा, भांग के बीज, खाने का सोडा, चार-पांच कटी हुई हरी मिर्च, लाल मिर्च पाउडर, नमक, हरा धनिया, अदरक-लहसुन का पेस्ट और हींग।
(नोट : सामग्री की मात्रा कितनी रहेगी, यह इस बात पर निर्भर है कि कितने लोगों के लिए पत्यूड़ तैयार किए जा रहे हैं। इसी हिसाब से मात्रा घट-बढ़ सकती है।)
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Pindalu's Patyud is unmatched
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Dinesh Kukreti
These days the greenery of Pindalu (Pinalu) leaves is mesmerizing in a neighbor's kitchen garden, but the neighbor does not know how useful these Pindalu leaves are. Perhaps he and his family never ate Pindalu's Patyud (Patod). Otherwise these leaves would not have been teasing like this. These are the days of rainy season to enjoy the taste of Patyud. Patience is required to make this special dish of the hills and a lot of hard work is also required. But, the pleasure of eating it is beyond words. ...So let's leave the stories and talk about Pindalu leaves today. Monotony in every sphere of life makes one stagnant, so this kind of change is absolutely necessary. We also start that change by asking some Pindalu leaves from the neighbor, so that we can teach you how to make Pindalu's Patyud-
Method of making Patyud
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First of all separate the fibers of Pindalu or Pinalu leaves and wash them well and let the water dry. Prepare a thick gram flour solution in a wide vessel or bowl. Add green coriander, ginger-garlic paste, roasted cumin, ajwain, bhang seeds, soda, a pinch of asafoetida, two tablespoons of lemon juice and salt and chilli as per taste. Now dip the Pindalu leaves in the gram flour solution and roll them separately or one above the other in a cylindrical shape. Tie it well with a thread so that the roll does not open and heat oil in a pan and fry the Patyud on low flame till it becomes golden brown. After frying well, remove them from the stove and after cooling down a bit, serve them to family members and friends with soybean, bhat, sesame or green chutney. You can also enjoy Patyud with hot tea.
If you want, you can also cook the patud on steam. For this, you need a vessel which is divided into two parts with the help of a net. Water is filled in its lower part and in the upper part, patud is prepared using the above method and kept. When the water is hot, its steam cooks these patud. Patud will be cooked in about 20 minutes. Then take them out of the vessel and cut them into round pieces and put two tablespoons of oil in a pan or wok and temper it with jakhiya and fry these pieces till they become crispy. Lo ji, hot patud are ready. Come! Enjoy them together.
Ingredients required for making patud
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Pindalu leaves, gram flour, turmeric, oil, celery, roasted cumin, hemp seeds, baking soda, four-five chopped green chillies, red chilli powder, salt, green coriander, ginger-garlic paste and asafoetida.
(Note: The quantity of ingredients depends on the number of people for whom the Patyuda is being prepared. The quantity may increase or decrease accordingly.)
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