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Monday, 28 August 2023

28-08-2023 (व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ पाउडर)


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व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ पाउडर

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दिनेश कुकरेती
स्वास्थ्य की दृष्टि से व्हीटग्रास और मोरिंगा लीफ पाउडर का कोई जवाब नहीं। देहरादून में उद्यमी राकेश ममगाईं बीते सात वर्ष से यह दोनों उत्पाद तैयार कर रहे हैं। मेरी जब उनसे मुलाकात हुई तो इन दोनों उत्पादों के बारे में उनसे बहुत-कुछ जानने को मिला। यह जानकारी मैं आपके साथ भी साझा कर रहा हूं, ताकि आप भी इन सुपर पोटेंट हेल्थ फ़ूड का फायदा ले सको।
  
व्हीटग्रास पाउडर
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गेहूं की सात दिन ने तैयार पौध से व्हीटग्रास पाउडर तैयार होता है। ऐसे ग्रीन ब्लड नाम से भी जाना जाता है। सुपर पोटेंट हेल्थ फ़ूड या नेचुरल ब्लड प्यूरीफायर कहे जाने वाले व्हीटग्रास पाउडर में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने का काम करते हैं। देहरादून निवासी राकेश ममगाईं वर्ष 2017 से विकासनगर क्षेत्र के रुद्रपुर में ऑर्गेनिक व्हीटग्रास बनाने का कार्य कर रहे हैं। पहले वे गमलों में गेहूं के ज्वारे उगाते थे, लेकिन अब पॉलीहाउस में उगा रहे हैं। प्रचार-प्रसार बहुत कम होने के बावजूद उनके तैयार किए व्हीटग्रास पाउडर को लोग खूब पसंद करते हैं। खास बात यह कि उनका तैयार किया व्हीटग्रास जिसने एक बार ले लिया, वह दोबारा भी अवश्य लेता है। यह उनकी विश्वसनीयता का प्रमाण है।

ऐसे करें सेवन
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एक कप गुनगुने पानी में तीन ग्राम (एक चम्मच) व्हीटग्रास पाउडर मिलाएं और फिर इसे पी लें। वैसे तो दिन में कभी भी इसका सेवन किया जा सकता है, लेकिन सुबह नाश्ते से दो घंटे पहले का समय सबसे उत्तम है।

व्हीटग्रास के गुण
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* शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में मददगार
* नेचुरल डाइजेशन बूस्टर
* वजन घटाने में मददगार
* खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटाने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक
* pH लेवल के बीच संतुलन बनाकर कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है

गमलों में भी कर सकते हैं गेहूं के ज्वारे तैयार
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एक ही माप के सात गमले लें। अब मिट्टी में जैविक खाद मिलाकर उसे सभी गमलों में बराबर-बराबर भर लें। इसके बाद भिगोए हुए गेहूं उनमें बो दें, लेकिन सब गमलों में एक साथ नहीं, बल्कि एक दिन एक में, दूसरे दिन दूसरे में, तीसरे दिन तीसरे में...इसी तरह सातवें दिन सातवें में। ठीक इसी क्रम में सात दिन बाद पहले दिन बोई गेहूं की पौध (ज्वारे) को काट लें और धोकर सीधे चबा जाएं या जूस बनाकर पी लें। हर गमले के साथ गेहूं बोने और पौध काटने का यही क्रम दोहराएं।
रुद्रपुर स्थित अपने फार्म पर उद्यमी राकेश ममगाईं

मोरिंगा लीफ पाउडर
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मोरिंगा यानी सहजन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस पेड़ के सभी हिस्सों में भरपूर एंटी-ऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्व पाए जाते हैं। मोरिंगा पाउडर इसके पत्तों से बनाया जाता है, जो विटामिन ए का भरपूर स्रोत तो है ही, इसमें आयरन भी पालक से अधिक होता है। इसके अलावा मोरिंगा पाउडर में मैग्नीशियम और आयरन की भी अच्छी मात्रा होती है, जो थकान और कमजोरी को दूर करने में सहायक है।
मोरिंगा पाउडर के गुण
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* मोरिंगा पाउडर शरीर से टॉक्सिन निकालने में सहायक है
* इसके सेवन से एक्सेस फूड इंटेक भी कम होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है
* मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को दुरुस्त करने में भी असर कारक
* कब्ज से छुटकारा दिलाता है
* इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट को इन्फेक्शन से बचाने में सहायक

घर पर ऐसे बनाएं मोरिंगा पाउडर
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सहजन के पेड़ पत्तों से लकदक टहनी काट लें। इस टहनी को कपड़े पर लटकाकर रखें। अब सहजन की पत्तियों को सुखाना है। इसके लिए सबसे पहले पत्तों पर अगर गंदगी लगी हो तो उसे छुड़ा ले। पत्ते सूख जाएं तो उन्हें मिक्सर में पीसकर छान लें। अब इस पाउडर को पानी में मिलाकर पी लें।

व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ पाउडर के लिए संपर्क करें-

(Rakesh Mangani)
MD ORGANIC FARMS
Language Road, Rudrapur, Vikas Nagar, Dehradun 248198 (Uttarakhand)
INDIA

Call Now 
+91 87553 75445
+91 94120 75445


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Wheatgrass and Moringa Leaf Powder
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Dinesh Kukreti
No answer to wheatgrass and moringa leaf powder in terms of health.  Entrepreneur Rakesh Mamgain in Dehradun has been manufacturing both these products for the past seven years.  When I met him, I got to know a lot about both these products from him.  I am sharing this information with you too, so that you too can take advantage of these super potent health foods.

wheatgrass powder
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Wheatgrass powder is prepared from seven days old wheat plant.  Such is also known by the name of green blood.  Wheatgrass powder, which is called super potent health food or natural blood purifier, contains nutrients that work to remove toxins from the body.  Rakesh Mamgain, a resident of Dehradun, has been making organic wheatgrass in Rudrapur of Vikasnagar area since 2017.  Earlier he used to grow wheat sorghum in pots, but now he is growing it in polyhouse.  Despite the very less publicity, people like the wheatgrass powder prepared by them.  The special thing is that the one who takes his prepared wheatgrass once, definitely takes it again.  This is proof of his credibility.

consume like this
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Mix three grams (one teaspoon) of wheatgrass powder in a cup of lukewarm water and then drink it.  Although it can be consumed at any time of the day, but two hours before breakfast is the best time in the morning.

properties of wheatgrass
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 * Helpful in removing toxins from the body
 * Natural Digestion Booster
 * weight loss item helpful
 * Helpful in reducing bad cholesterol level and increasing good cholesterol
 * Prevents cancer cells from growing by maintaining a balance between pH levels

Wheat jowar can also be prepared in pots
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Take seven pots of the same size.  Now mix organic manure in the soil and fill it equally in all the pots.  After this, sow the soaked wheat in them, but not in all the pots together, but one day in one, the second day in the second, the third day in the third… and so on the seventh day in the seventh.  Exactly in the same order, after seven days, cut the wheat plant (sorghum) sown on the first day and wash it and chew it directly or make juice and drink it.  Repeat the same sequence of planting wheat and cutting seedlings with each pot.

Moringa Leaf Powder
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The biggest feature of Moringa i.e. drumstick is that rich anti-oxidants and nutrients are found in all parts of this tree.  Moringa powder is made from its leaves, which apart from being a rich source of Vitamin A, also contain more iron than spinach.  Apart from this, Moringa powder also contains a good amount of magnesium and iron, which is helpful in removing fatigue and weakness.

Properties of Moringa Powder
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 * Moringa powder is helpful in removing toxins from the body.
 * Its intake also reduces excess food intake and helps in weight loss.
 * Good effect factor in improving metabolism (metabolism)
 * Relieves Constipation
 * Its anti-inflammatory properties help protect the stomach from infection

How to make moringa powder at home
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Cut the stem of the drumstick tree with leaves.  Keep this branch hanging on a cloth.  Now the leaves of drumstick have to be dried.  For this, first of all, if there is dirt on the leaves, then get rid of it.  When the leaves dry, grind them in a mixer and filter them.  Now mix this powder in water and drink it.


Contact for wheatgrass and moringa leaf powder-

(Rakesh Mangani)
MD ORGANIC FARMS
Language Road, Rudrapur, Vikas Nagar
Dehradun 248198 (Uttarakhand) INDIA

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 +91 87553 75445
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Saturday, 26 August 2023

27-08-2023 (व्हीटग्रास से सपनों को आकार देता उद्यमी)

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व्हीटग्रास से सपनों को आकार देता उद्यमी
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दिनेश कुकरेती
ब तक के पत्रकारीय जीवन में न जाने कितनी तरह के लोग मिले, जिनमें सबको याद रख पाना संभव नहीं। लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने मुझे गहरे तक प्रभावित किया, अपने उद्यम से, अपने सृजन से और अपनी निर्दोष उपलब्धियों से। इनमें एक हैं देहरादून निवासी राकेश ममगाईं, जिनके उद्यम से जुड़कर 45 से अधिक परिवार अच्छी-खासी आय अर्जित कर रहे हैं। सो, मेरी भी जिम्मेदारी बनती है कि ममगाईं जी के कार्य व उपलब्धियों को आमजन के बीच ले जाऊं। मेरे ऐसा करने से अगर ममगाईं जी के उद्यम को जरा भी फ़ायदा होता है तो तय मानिए कि अंततः इसका व्यापक लाभ आम जनमानस को ही मिलना है। क्षेत्र की आर्थिकी मजबूत होगी सो अलग और देखा जाए तो यही राष्ट्र की मजबूती का आधार भी है।
उद्यमी राकेश ममगाईं के साथ उनके रुद्रपुर स्थित फार्म पर एक दिन

मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल ज़िले के पौड़ी ब्लाक स्थित भीमली (भ्यूंली) मल्ली निवासी राकेश ममगाईं देहरादून में ही पले-बढ़े। उनकी स्नातक की शिक्षा-दीक्षा भी देहरादून में ही हुई। वर्तमान में उनका परिवार सहस्रधारा रोड पर रह रहा है। वर्ष 2003 तक ममगाईं जी चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक पैनल बनाने का कार्य करते थे, लेकिन इसके बाद वह देहरादून लौट आए। यहां उन्होंने कई कार्यों में हाथ आजमाया, लेकिन सुकून मिला वर्ष 2008 में देहरादून से लगभग 40 किमी दूर पछवादून स्थित रुद्रपुर गांव में जमीन खरीदने के बाद कृषि कार्य शुरू करने पर। लांघा रोड पर स्थित रुद्रपुर गांव में उन्होंने 50 बीघा जमीन खरीदकर वर्ष 2009 में उस पर छह पॉलीहाउस स्थापित किए और उनमें फूलों की खेती शुरू कर दी। धीरे-धीरे फूलों की खेती के कारोबार में लोगों की संख्या बढ़ने लगी तो उन्होंने अब सब्ज़ी उत्पादन पर ध्यान केंद्रित कर दिया।

इस बीच उन्हें ऑस्ट्रेलिया जाने का मौका मिला, जहां उन्हें विशेषज्ञों से व्हीटग्रास पाउडर और मोरिंगा लीफ पाउडर तैयार करने की प्रेरणा मिली। देश वापस लौटकर उन्होंने
एमडी ऑर्गेनिक फर्म्स नाम से कंपनी पंजीकृत कराई और फिर Food Safety and Standards Authority of India से लाइसेंस लेकर व्हीटग्रास मोरिंगा लीफ पाउडर पर काम शुरू कर दिया। शुरुआत में उन्होंने गेहूं के ज्वारे गमलों में उगाए और इससे तैयार व्हीटग्रास पाउडर को पसंद किए जाने पर फिर पॉलीहाउस में इसे उगाना शुरू कर दिया। मोरिंगा लीफ पाउडर तैयार करने के लिए उन्होंने बड़ी संख्या में सहजन के पेड़ लगाए हैं।


बढ़ाएंगे व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ का उत्पादन
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ममगाईं जी के पास अभी मार्केटिंग की बहुत अच्छी व्यवस्था नहीं है, बावजूद इसके एमडी ऑर्गेनिक फर्म्स के बनाए व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ पाउडर की पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, लखनऊ आदि शहरों में अच्छी-खासी मांग है। फिलहाल ममगाईं जी व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ के सौ-सौ ग्राम वाले 500-500 डिब्बे हर माह उक्त शहरों को सप्लाई कर रहे हैं। अब उनकी पॉलीहाउस की संख्या बढ़ाने की योजना है, ताकि गेहूं के ज्वारे का उत्पादन बढ़ सके।


हाथोंहाथ उठ जाती हैं ऑर्गनिक सब्जियां
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ममगाईं जी की उगाई ऑर्गनिक सब्जियों की भी वर्तमान में खूब मांग है। वह आलू, टमाटर, शिमला मिर्च, बीन्स, तोरी, लौकी, खीरा, भिंडी आदि का उत्पादन करते हैं। अधिकांश माल रिलायंस कंपनी खेत से ही उठा लेती है और शेष माल मंडी व स्थानीय लोग खरीद लेते हैं।

प्रतिवर्ष एक से डेढ़ करोड़ की आमदनी
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मौसमी-बेमौसमी सब्जियों औऱ व्हीटग्रास व मोरिंगा लीफ पाउडर की बिक्री से ममगाईं जी प्रतिवर्ष एक से डेढ़ करोड़ रुपये कमा लेते हैं। आने वाले समय में उनकी एलोवेरा उत्पादों पर काम करने की भी योजना है। इसके लिए उन्होंने फार्म में व्यापक स्तर पर एलोवेरा का रोपण किया है।

इन्हें भी पढ़ें :-
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Entrepreneur shaping dreams with wheatgrass
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Dinesh Kukreti
Don't know how many types of people I have met in my journalistic life so far, it is not possible to remember all of them. But, there are some people who impressed me deeply, with their enterprise, their creativity and their impeccable achievements. One of them is Rakesh Mamgain, a resident of Dehradun, by joining whose enterprise more than 45 families are earning a substantial income. So, it is also my responsibility to take Mamgai ji's work and achievements among the common people. If Mamgai ji's enterprise is benefited even a little by my doing this, then be sure that ultimately it will be widely benefited by the general public only. The economy of the region will be strong, so if seen differently, this is also the basis of the nation's strength.

Originally a resident of Bhimli (Bhunli) Malli located in Pauri block of Pauri Garhwal district, Rakesh Mamgain grew up in Dehradun. His graduation was also done in Dehradun only. Presently his family is living on Sahasradhara Road. Till the year 2003, Mamgain ji used to make electric panels in Chandigarh, but after that he returned to Dehradun. Here he tried his hand in many works, but got peace in the year 2008 after starting agriculture work after buying land in Rudrapur village, Pachhwadun, about 40 km from Dehradun. He bought 50 bighas of land in Rudrapur village on Langha road and set up six polyhouses on it in the year 2009 and started flower cultivation in them. Gradually, as the number of people started increasing in the business of floriculture, they now focused on vegetable production.




Meanwhile, he got a chance to go to Australia, where he got inspiration from experts to prepare wheatgrass powder and moringa leaf powder. Returning to the country, he got the company registered under the name MD Organic Firms and then after taking license from Food Safety and Standards Authority of India, started working on wheatgrass and moringa leaf powder. Initially, he grew wheatgrass in pots and after liking the wheatgrass powder prepared from it, then started growing it in polyhouse. He has planted a large number of drumstick trees to prepare moringa leaf powder.

Will increase production of wheatgrass and moringa leaf
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Mamgai ji does not have a very good marketing system yet, yet there is a good demand for wheatgrass and moringa leaf powder made by MD Organic Firms in cities like Punjab, Haryana, Delhi, Lucknow etc. At present, Mamgain ji is supplying 500-500 boxes of 100 grams each of Wheatgrass and Moringa Leaf to the above cities every month. Now he has a plan to increase the number of polyhouses, so that the production of wheat and jowar can increase.

Organic vegetables are picked up immediately
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The organic vegetables grown by Mamgai ji are also in great demand at present. They produce Potato, Tomato, Capsicum, Beans, Zucchini, Bottle Gourd, Cucumber, Okra etc. Reliance Company picks up most of the goods from the farm and the remaining goods are bought by the market and the local people.


Income of 1 to 1.5 crore per annum
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Mamgai ji earns one to one and a half crore rupees every year from the sale of seasonal and off-season vegetables and wheatgrass and moringa leaf powder. He also plans to work on aloe vera products in the coming times. For this, he has planted aloe vera on a large scale in the farm.