Wednesday, 12 August 2020

12-08-2020 (The mind gets lighter)

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मन हल्का हो गया

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दिनेश कुकरेती

ज मेरी नींद ठीक पौने दस बजे खुली। बीते दस सालों में ऐसा दूसरी बार हुआ, जब मैं इतनी देर तक सोया रहा। इससे दो बजे से पहले का पूरा शेड्यूल गड़बडा़ गया। यहां तक कि योग-प्राणायाम के एक घंटे में से भी मुझे कुछ कटौती करनी पडी़। मोबाइल चेक किया तो दस मिस कॉल लगी हुई थी। इनमें से दो-तीन को तो जवाब देना बेहद जरूरी था, अन्यथा वो नाराज हो जाते। इसी बीच एक कॉल और आ गई। अननोन कॉल थी, इसलिए पहले तो मन किया न उठाऊं, लेकिन फिर रिसीव कर ही ली।

मेरा फैसला बिल्कुल सही था। यह कॉल मेरी उस दोस्त की थी, जिससे पिछले 20 साल से न तो कभी बात हुई, न मुलाकात ही। हालांकि, भूला मैं उसे कभी नहीं और इतने लंबे अर्से के बाद फोन आने का मतलब तो यही हुआ कि वह भी मुझे नहीं भुला पाई। आपको मालूम ही है, किसी इतने करीबी का लंबे अर्से बाद फोन आए तो सबसे पहले शिकवे-शिकायतें ही होती हैं। सो, यहां भी मन को तसल्ली मिलने के बाद ही बातों का क्रम सामान्य हुआ।

 

गलती दोनों ने ही स्वीकारी कि इतने लंबे अर्से तक  हमने एक-दूसरे की सुध क्यों नहीं ली। लेकिन, लेते कैसे। एक-दूसरे के शहर में जाना नहीं हुआ और फोन नंबर न उसका मेरे पास था, न मेरा उसके पास। यहां तक तो ठीक था, पर जब उसने कहा कि वह मुझे बहुत चाहती थी, तो मेरे मन का गुबार भी फूटकर बाहर आ गया। मैं भी तो उससे बहुत प्यार करता था। अफसोस कि न वह मुझसे कह पाई, न मैं उससे ही। उसे तो इस बात का अब भी बहुत मलाल है और इसके लिए वह मुझे ही दोषी मानती है। 

कहने लगी, "तू अगर इशारा भी कर देता तो मैं तेरी हो जाती।" अब उसे कैसे समझाता कि इशारा तो कई बार किया, मगर वो ही समझ नहीं पाई। खैर! गिले-शिकवों के साथ उससे बहुत-सी बातें हुईं। खट्टी-मीठी यादें ताजा हुईं। भविष्य में एक-दूसरे से लगातार बातें करने का वादा हुआ। उसने मेरा नंबर सेव किया और मैंने उसका। 

सबसे खुशी की बात तो यह है कि मेरा मन हल्का हो गया। तन में ताजगी का अहसास होने लगा। जाहिर है दिन अच्छा गुजरना ही था। यकीन जानिए,  इस अच्छे दिन की यादें मेरे मन में गहरे तक समा गई हैं। किसी दिन इसी बहाने उसके साथ बिताए सुनहरे पलों को साझा करूंगा। फिलहाल आज इतना ही। वह ऑनलाइन है, क्यों न कुछ देर चैटिंग ही कर ली जाए।

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The mind gets lighter

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Dinesh Kukreti

Today I woke up at quarter to ten.  This was the second time in the last ten years, when I slept for so long.  This upset the entire schedule before 2 o'clock.  Even within an hour of yoga-pranayama, I had to cut something.  When I checked my mobile, there were ten missed calls.  It was very important to answer two-three of them, otherwise they would get angry.  Meanwhile, another call came.  There was an unknown call, so at first I should not make up my mind, but then I received it.

My decision was absolutely correct.  This call was from a friend of mine, from whom for the last 20 years there was neither talk nor meeting.  However, I never forgot her and after such a long time, the meaning of getting a call means that she too could not forget me.  You know, when phone calls from such a close are for a long time, first of all there are complaints and complaints.  So, here too, the order of things became normal only after the mind was satisfied.

Both of them accepted the mistake as to why we did not take care of each other for such a long time.  But, how do we take it.  I did not go to each other's city and I did not have his phone number with him, nor did he own me.  Even it was fine, but when she said that she loved me a lot, my heart was also burst out.  I loved him too.  Sadly neither she could say it to me nor I to her.  She is still very sorry about this and she blames me for this.

 

She started saying, "If you had made a gesture, I would have been yours."  Now how could she explain that she made the gesture many times, but she could not understand.  Well!  Many things happened to him with grievances.  Sour-sweet memories are refreshed.  The future promised to talk to each other constantly.  He saved my number and I took it.

The happiest thing is that my mind became lighter.  There was a feeling of freshness in the body.  Obviously the day had to pass well.  Trust me, the memories of this good day are deeply ingrained in my mind.  Someday I will share the golden moments spent with him on this excuse.  Right now, that's it.  It is online, why not get chatting for a while.

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