Sunday, 6 June 2021

01-05-2021 (Corona will be defeated by rules and restraint)


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नियम-संंयम से हारेगा कोरोना

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दिनेश कुकरेती

ज शनिवार है। मई शुरू हो चुका है, लेकिन माहौल में मायूसी के सिवा कुछ और नजर नहीं आ रहा। जहां जाओ, सिर्फ कोरोना की चर्चा। किसी को फोन करो तो बात कोरोना से शुरू होकर कोरोना पर ही खत्म होती है। टीवी-अखबार सब कोरोना से भरे पडे़ हैं। यह पूरी दुनिया की तस्वीर है। ऐसे माहौल में स्वयं को विचलित न होने देना वर्तमान की सचमुच बडी़ चुनौती है। ...और जिसने इस चुनौती पर विजय पा ली, वही वक्त का सिकंदर है।


आप सोच रहे होंगे कि डेली रुटीन के बजाय मैं कहां किस्सा-कहानी में उलझ गया। लेकिन, सच कहूं तो यह किस्सा-कहानी आज जीवन का स्थायी भाव बन चुके हैं। मितरों पत्रकार होने के नाते मैं कोरोना को जितना समझ पाया, जन सामान्य के लिए उतना समझ पाना संभव नहीं। असल में कोरोना एक वायरस होने के बावजूद ऐसा विशालकाय दानव है, जिसके सैकडो़ं मुंह हैं और हजारों हाथ। हम इन हाथों को काटकर ही खुद को उसके दैत्याकार मुंह में जाने से बचा सकते हैं।

यह न भूलें कि कोरोना सिर्फ उसी के पास नहीं फटक पाया, जिसने नियम-संयम में रहकर उसका डटकर मुकाबला किया। लेकिन, इस मुकाबले के लिए आपके पास महाभारत के कर्ण की तरह कवच-कुंडल का होना आवश्यक है। ये कवच-कुंडल हैं आपकी नियमित दिनचर्या और संयमित क्रियाकलाप। मसलन, आप रोजाना आधे से एक घंटा योग एवं  प्राणायाम को अवश्य दें। सबसे जरूरी है प्राणायाम और उसमें भी अनुलोम-विलोम व कपालभाति। साथ में उत्तानपादासन, हलासन व सर्वांगासन भी करते हैं तो सोने पे सुहागा।

इसके अलावा नियमित रूप से गिलोय का सेवन कीजिए। अगर आपके आसपास बेल है तो उसे कूटकर लेना सर्वोत्तम है। अन्यथा आप गिलोय का काढा़ भी नियमित रूप से ले सकते हैं। इसे रात को भिगो दें और सुबह छानकर पी लें। अगर दोनों विकल्प न आजमा सको तो गिलोय वटी भी समान रूप से फायदेमंद है। गिलोय प्लेटलेट्स तो बढा़ती ही है, इससे इन्फेक्शन का खतरा भी नहीं रहता। डेंगू तो पास भी नहीं फटकता। मैं स्वयं बीते दस वर्षों से नियमित रूप से गिलोय का सेवन कर रहा हूं। इसलिए ये बातें ज्ञान की नहीं, बल्कि अनुभव की हैं।

खैर! बातों का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। मेरी कोशिश रहेगी कि ऐसी बातें करूं, जिनसे आपको ऊर्जा मिले। इनमें गीत-संगीत, राग-रागिनी, योग-आयुर्वेद, किस्सा-कहानी सभी तरह की बातें शामिल रहेंगी। प्यार-प्रेम की बातें तो होंगी ही, लेकिन मर्यादित। फिलहाल रात के डेढ़ बज चुके हैं। वातावरण में ठंडक है, गर्मी के मौसम के बावजूद। शायद ऐसा बीते कल हुई बारिश के कारण है। नींद अपने आगोश में लेना चाहती है। ...तो कल मुलाकात होती है। तब तक के लिए नमस्कार।

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Corona will be defeated by rules and restraint

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Dinesh Kukreti

Today is Saturday.  May has started, but there is nothing in the atmosphere except despair.  Wherever you go, only the discussion of Corona.  If you call someone, the matter starts with Corona and ends with Corona.  TV-newspapers are all full of corona.  This is a picture of the whole world.  Not letting yourself get distracted in such an environment is really the biggest challenge of the present.  ...and the one who has conquered this challenge is the Alexander of the times.

You must be thinking that instead of daily routine, where did I get entangled in anecdote.  But, to be honest, these anecdotes have become a permanent feature of life today.  Friends, being a journalist, it is not possible for the general public to understand as much as I could understand Corona.  In fact, despite being a virus, Corona is such a giant demon, which has hundreds of mouths and thousands of hands.  We can save ourselves from getting into his giant mouth only by cutting off these hands.

Don't forget that Corona could not just hit the one who fought it firmly by staying within the rules and regulations.  But, for this match, you must have Kavach-Kundal like Karna of Mahabharata.  These Kavach-kundals are your regular routine and restrained activities.  For example, you must give half to one hour daily to yoga and pranayama.  Most important is Pranayama and in that also Anulom-Anilom and Kapalbhati.  If you do Uttanpadasana, Halasana and Sarvangasana together, then it will be pleasant to sleep.

Apart from this, consume Giloy regularly.  If you have a vine around you, it is best to crush it.  Otherwise you can also take decoction of Giloy regularly.  Soak it overnight and filter it and drink it in the morning.  If you cannot try both the options, then Giloy Vati is equally beneficial.  Giloy not only increases platelets, it also reduces the risk of infection.  Dengue doesn't even get close.  I myself have been consuming Giloy regularly for the last ten years.  Therefore these things are not of knowledge, but of experience.

Well!  This cycle of things will continue.  I will try to do such things, which will give you energy.  These will include all kinds of things like song-music, raga-ragini, yoga-Ayurveda, anecdote-story.  There will be talks of love and love, but limited.  It is now half past one in the night.  The climate is cool, despite the hot weather.  Maybe it is because of the rain yesterday.  Wants to take sleep in its lap.  ...so see you tomorrow.  Goodbye until then.

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